भारत सरकार की बड़ी पहल — “YUVA AI for ALL” के ज़रिए 1 करोड़ नागरिकों को मुफ्त AI-शिक्षा

India Government free AI course YUVA AI for ALL under IndiaAI Mission for students and citizens
भारत सरकार का फ्री “YUVA AI for ALL” कोर्स — 1 करोड़ लोगों को AI स्किल देने का लक्ष्य।

नए अपडेट्स के अनुसार, भारत सरकार (MeitY) ने अपने IndiaAI Mission के तहत “YUVA AI for ALL” नामक एक फ्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कोर्स लॉन्च किया है। इस कोर्स का मकसद देशभर में AI की बुनियादी समझ को फैलाना और डिजिटल डिवाइड को पाटना है।


YUVA AI for ALL: यह क्या है और क्यों ज़रूरी है?

  1. नाम और मिशन
    • कोर्स का नाम है YUVA AI for ALL
    • यह IndiaAI Mission के अंतर्गत है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) चला रहा है।
    • उद्देश्य: लगभग 1 करोड़ (10 मिलियन) भारतीय नागरिकों को AI की बुनियादी स्किल देना।
  2. मुफ्त और सबके लिए खुला
    • यह कोर्स पूरी तरह मुफ्त है।
    • कोई भी ले सकता है — छात्र, प्रोफेशनल, टीचर, गृहिणी, या सिर्फ जिज्ञासु।
    • इसके लिए किसी टेक्निकल बैकग्राउंड की ज़रूरत नहीं है।
  3. स्व-गति (Self-paced) कोर्स
    • कुल अवधि ~ 4.5 घंटे है।
    • यह ऑनलाइन और स्व-गति आधारित है — आप अपनी सुविधा के हिसाब से सीख सकते हैं।
  4. सरकारी प्रमाणपत्र
    • कोर्स पूरा करने पर भारत सरकार द्वारा जारी आधिकारिक प्रमाणपत्र (certificate) मिलेगा।
    • यह प्रमाणपत्र आपके LinkedIn प्रोफ़ाइल, रिज़्यूमे आदि में उपयोगी हो सकता है।

कोर्स की संरचना और कंटेंट (Modules)

YUVA AI for ALL कोर्स कुल 6 छोटे मॉड्यूल में बांटा गया है ताकि इसे आसान, व्यावहारिक और दिलचस्प बनाया जाए। नीचे प्रत्येक मॉड्यूल के मुख्य बिंदु दिए हैं:

  1. AI का परिचय (What is AI)
    • जानिए कि AI वास्तव में क्या है और यह कैसे काम करता है।
    • मशीन लर्निंग, बुद्धिमत्ता वाले सिस्टम की बुनियादी समझ।
  2. AI और हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी
    • AI कैसे बदल रहा है शिक्षा, क्रिएटिविटी (रचनात्मकता), और कार्यस्थल (workplace) को।
    • भारत-संदर्भ (Indian examples) में AI के प्रभाव के उदाहरण।
  3. सुरक्षित और जिम्मेदार AI उपयोग (Ethics)
    • AI टूल्स का जिम्मेदारी से और सुरक्षित तरीके से उपयोग कैसे करें।
    • नैतिक (ethical) विचार — जैसे डेटा प्राइवेसी, बायस, गलत इस्तेमाल, आदि।
  4. वास्तविक जीवन के उपयोग के मामले (Real-world Use Cases)
    • भारत में AI के व्यावहारिक उदाहरण और केस स्टडीज़।
    • AI किस प्रकार समाज में बदलाव ला रहा है — स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा आदि क्षेत्रों में।
  5. भविष्य और करियर (Future Opportunities)
    • AI-ड्रिवन दुनिया में उभरते करियर पथ।
    • नयी तकनीकों और ट्रेंड्स के संदर्भ में अवसर।
  6. निष्कर्ष और आगे का मार्ग (Recap & Next Steps)
    • पूरी सीख को संक्षेप में दोबारा देखना।
    • आगे कैसे AI को अपनी ज़िंदगी या करियर में जोड़ें — सुझाव और resources।

कोर्स तक पहुंच (कैसे Enroll करें)

  • कोर्स FutureSkills Prime प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है।
  • इसके अलावा iGOT Karmayogi प्लेटफ़ॉर्म पर भी यह कोर्स है।
  • कुछ अन्य लोकप्रिय एड-टेक पोर्टल्स में भी कोर्स उपलब्ध हो सकता है।
  • रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया:
    1. प्लेटफ़ॉर्म पर जाएँ (FutureSkills Prime या iGOT)।
    2. “Enrol” (नामांकन) पर क्लिक करें।
    3. लॉगिन — आप Gmail, LinkedIn, या अन्य ईमेल से लॉगिन कर सकते हैं।
    4. जरूरी व्यक्तिगत जानकारी दें (शिक्षा, पेशा, अन्य विवरण)।
    5. OTP वेरिफ़िकेशन के बाद कोर्स शुरू करें, और अपनी गति से पूरा करें।

इस पहल का महत्व क्यों है?

  1. डिजिटल बराबरी (Bridging the Digital Divide)
    • भारत में बहुत से लोग अभी भी AI और टेक्नोलॉजी की literacy दूर हैं। यह कोर्स उन्हें शुरुआती ज्ञान देता है और उन्हें भविष्य की तकनीकी दुनिया में भागीदार बनाता है।
    • 1 करोड़ लोगों को लक्षित करने का मकसद है इस डिजिटल असमानता को कम करना।
  2. भविष्य-तैयारी (Future-Readiness)
    • AI अब सिर्फ टेक्नोलॉजी उद्योग तक सीमित नहीं है — यह शिक्षा, हेल्थकेयर, सरकारी सेवाओं आदि सभी में प्रवेश कर रहा है। इसलिए, बुनियादी AI स्किल्स भविष्य में बहुत मायने रखेंगी।
    • इस कोर्स से युवा और पेशेवर दोनों को नौकरी-बाजार में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
  3. जिम्मेदार और नैतिक AI Adoption
    • कोर्स न केवल AI की तकनीकी शिक्षा देता है, बल्कि इसके नैतिक उपयोग और जोखिमों पर भी जोर देता है।
    • यह सुनिश्चित करता है कि सीखने वाले केवल टेक्नोलॉजी इस्तेमाल न करें, बल्कि समझें कि उसे सुरक्षा और समाज-हित में कैसे लागू करना चाहिए।
  4. राष्ट्रीय दृष्टिकोण (National Vision)
    • यह पहल IndiaAI Mission का हिस्सा है — एक बड़ी रणनीति जिसमें भारत AI-सक्षम राष्ट्र बनने की ओर बढ़ना चाहता है।
    • शिक्षा संस्थान, स्कूल, विश्वविद्यालय और संगठन इस कार्यक्रम के साथ साझेदारी कर सकते हैं, जिससे कोर्स ज़्यादा लोगों तक पहुँच सके।

संभावित चुनौतियाँ और सुधार की गुंजाइश

  • पहुंच की बाधाएँ:
    कुछ ग्रामीण या दूरदराज़ इलाकों में इंटरनेट की गति या भरोसेमंद कनेक्शन न होना एक चुनौती हो सकती है।
  • प्रेरणा और संलिप्तता:
    स्व-गति कोर्स होने की वजह से, कुछ उपयोगकर्ता शुरुआत में उत्साहित हों, लेकिन बीच में छोड़ सकते हैं। ऐसे में, कोर्स को और इंटरैक्टिव या प्लेटफ़ॉर्म-सहयोगी गतिविधियों के साथ जोड़ने की आवश्यकता हो सकती है।
  • आगे की स्किल्स:
    4.5 घंटे का यह कोर्स सिर्फ बुनियादी ज्ञान देता है। इच्छुक लोग आगे की गहरी AI (जैसे मशीन लर्निंग, डेटा साइंस) सीखने के लिए अन्य कोर्सेज की ओर बढ़ सकते हैं। सरकार या एजुकेशन प्लेटफॉर्म्स इस तरह की एडवांस ट्रेनिंग भी पेश कर सकते हैं।

निष्कर्ष — क्यों यह कोर्स आपके लिए मायने रखता है

  • किसी भी पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति के लिए यह कोर्स बहुत उपयुक्त है — क्योंकि इसमें शुरुआत से ही सरल भाषा, भारतीय उदाहरण, और व्यावहारिक दृष्टिकोण है।
  • मुफ्त और प्रमाणपत्रयुक्त होने के कारण यह पेशेवरों, छात्रों और जिज्ञासु सभी के लिए एक शानदार अवसर है।
  • यह कोर्स न सिर्फ AI Literacy बढ़ाएगा, बल्कि नैतिक और जिम्मेदार AI उपयोग को भी बढ़ावा देगा, जो भविष्य की टेक्नोलॉजी-आधारित दुनिया में बेहद आवश्यक है।
  • अंत में, यह कदम भारत को AI-सक्षम राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here