Eggoz Eggs Cancer Controversy: क्या प्रीमियम अंडे खाने से कैंसर का खतरा है? जानिए पूरा सच

Eggoz Eggs Cancer Controversy: क्या प्रीमियम अंडे खाने से कैंसर का खतरा है? जानिए पूरा सच
Eggoz Eggs Cancer Controversy: क्या प्रीमियम अंडे खाने से कैंसर का खतरा है? जानिए पूरा सच

हाल ही में भारतीय सोशल मीडिया और हेल्थ कम्युनिटी में एक खबर ने तहलका मचा दिया है। यह खबर भारत के मशहूर प्रीमियम एग ब्रांड Eggoz से जुड़ी है। दिसंबर 2025 के पहले सप्ताह में एक वायरल रिपोर्ट और वीडियो सामने आया, जिसमें दावा किया गया कि Eggoz के अंडों में ऐसे हानिकारक रसायन (chemicals) पाए गए हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। इस दावे ने उन लाखों उपभोक्ताओं को चिंता में डाल दिया है जो “Antibiotic-free” (एंटीबायोटिक-मुक्त) और “Chemical-free” (रसायन-मुक्त) होने के दावे के कारण इन महंगे अंडों का सेवन करते थे।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Eggoz eggs cancer controversy क्या है, उस वायरल लैब टेस्ट का सच क्या है, और क्या वाकई आपको इन अंडों से डरने की जरूरत है।

1. विवाद की शुरुआत: Trustified की वायरल रिपोर्ट (The Beginning: Trustified Viral Report)

इस पूरे विवाद की शुरुआत एक YouTube चैनल और सर्टिफिकेशन प्लेटफॉर्म Trustified द्वारा किए गए एक “Blind Lab Test” (ब्लाइंड लैब टेस्ट) से हुई। Trustified एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो हेल्थ सप्लीमेंट्स और फूड प्रोडक्ट्स की स्वतंत्र रूप से जांच करता है। 7 दिसंबर 2025 के आसपास जारी उनके एक वीडियो में दावा किया गया कि उन्होंने Eggoz ब्रांड के अंडों को लैब में टेस्ट के लिए भेजा।

रिपोर्ट के अनुसार, इन अंडों के नमूनों में Nitrofuran (नाइट्रोफुरान) नामक एक प्रतिबंधित एंटीबायोटिक के मेटाबोलाइट्स (metabolites) पाए गए। विशेष रूप से, रिपोर्ट में AOZ नामक तत्व की पुष्टि की गई। यह खबर आग की तरह फैल गई क्योंकि Eggoz अपनी मार्केटिंग में खुद को “100% Antibiotic-free” और सुरक्षित बताता आया है।

2. नाइट्रोफुरान (Nitrofuran) और AOZ क्या हैं? (What represent Nitrofuran and AOZ?)

आम जनता के लिए यह समझना जरुरी है कि जिस रसायन पर इतना हंगामा हो रहा है, वह आखिर है क्या।

  • Nitrofuran: यह एक प्रकार का एंटीबायोटिक (antibiotic) है जिसका उपयोग पोल्ट्री फार्म्स में मुर्गियों को बीमारियों से बचाने और उनका वजन जल्दी बढ़ाने के लिए किया जाता है।
  • AOZ: जब किसी जीव (जैसे मुर्गी) के शरीर में नाइट्रोफुरान जाता है, तो वह टूटकर AOZ (एक मेटाबोलाइट) में बदल जाता है। यह तत्व मांस या अंडों में लंबे समय तक जमा रह सकता है।

समस्या यह है कि नाइट्रोफुरान को कई देशों में और भारत में भी खाद्य जानवरों (food animals) में उपयोग के लिए प्रतिबंधित (banned) किया गया है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह Carcinogenic (कैंसर पैदा करने वाला) माना जाता है।

3. क्या Eggoz के अंडों में कैंसर का जोखिम है? (Is there a Cancer Risk in Eggoz Eggs?)

Trustified की रिपोर्ट में दावा किया गया कि अंडों में AOZ की मात्रा लगभग 0.74 microgram/kg पाई गई। यह मात्रा सुनने में बहुत कम लग सकती है, लेकिन चूंकि यह एक प्रतिबंधित पदार्थ है, इसलिए इसका होना ही चिंता का विषय है।

  • Carcinogenic Link: वैज्ञानिक अध्ययनों (scientific studies) में नाइट्रोफुरान को लंबे समय तक सेवन करने पर कैंसर के जोखिम से जोड़ा गया है।
  • False Claims: सबसे बड़ी नाराजगी इस बात पर है कि उपभोक्ताओं ने Eggoz nutrition और सुरक्षा दावों पर भरोसा करके सामान्य अंडों से दोगुनी कीमत चुकाई, फिर भी उन्हें ऐसे तत्व मिले जो खुले अंडों (loose eggs) में पाए जाने की आशंका होती है।

हालांकि, यह समझना भी जरुरी है कि क्या यह मात्रा इतनी ज्यादा है कि तुरंत कैंसर हो जाए? डॉक्टर्स का कहना है कि जोखिम “Long-term exposure” (लंबे समय तक सेवन) से होता है, न कि एक या दो बार खाने से।

4. कंपनी का पक्ष: Eggoz का जवाब (Company’s Response)

इस विवाद के बढ़ने के बाद, Eggoz ने अपने सोशल मीडिया और आधिकारिक बयानों के जरिए अपना पक्ष रखा है। कंपनी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उनके अंडे पूरी तरह सुरक्षित हैं और वे FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) के सभी मानकों का पालन करते हैं।

  • Quality Checks: Eggoz का दावा है कि उनके पास कड़े “Quality Control” (गुणवत्ता नियंत्रण) उपाय हैं और वे नियमित रूप से अपने फार्म्स की जांच करते हैं।
  • Counter Argument: कंपनी का कहना हो सकता है कि किसी एक बैच (batch) में गड़बड़ी हो सकती है या टेस्ट के तरीके में भिन्नता हो सकती है, लेकिन वे जानबूझकर एंटीबायोटिक्स का प्रयोग नहीं करते। हालांकि, उपभोक्ताओं का भरोसा इस Eggoz scandal के बाद डगमगा गया है।

5. डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स की राय (Expert Opinions)

हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स, जैसे कि डॉ. मनन वोरा (Dr. Manan Vora), ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका नज़रिया संतुलित है:

  • Panic की जरूरत नहीं: उनका कहना है कि यद्यपि प्रतिबंधित रसायनों का मिलना गलत है, लेकिन पाई गई मात्रा इतनी कम है कि यह रातों-रात “जहर” नहीं बन जाती।
  • Systemic Issue: यह केवल Eggoz की समस्या नहीं है। भारत में पोल्ट्री उद्योग (poultry industry) में एंटीबायोटिक्स का दुरुपयोग आम है। प्रीमियम ब्रांड्स से उम्मीद ज्यादा होती है, इसलिए उनकी आलोचना भी ज्यादा हो रही है।
  • Testing Limitations: एक्सपर्ट्स यह भी सलाह देते हैं कि एक सिंगल लैब रिपोर्ट (single lab report) को अंतिम सत्य मानने से पहले और अधिक जांच (re-testing) की आवश्यकता होती है।

6. क्या आपको Eggoz या अन्य अंडे खाना छोड़ देना चाहिए? (Should You Stop Eating Eggs?)

यह सबसे बड़ा सवाल है। Safe eggs in India (भारत में सुरक्षित अंडे) ढूँढना एक चुनौती बन गया है।

  • खुले अंडे (Loose Eggs) vs ब्रांडेड अंडे: खुले में बिकने वाले अंडों की कोई ट्रैकिंग नहीं होती। उनमें एंटीबायोटिक्स होने की संभावना ब्रांडेड अंडों से भी अधिक हो सकती है। कम से कम ब्रांडेड अंडों की जवाबदेही (accountability) तय की जा सकती है।
  • विकल्प क्या हैं? (Alternatives): यदि आप बहुत चिंतित हैं, तो आप “Certified Organic Eggs” या “Free-range Eggs” की तलाश कर सकते हैं, जहाँ मुर्गियों को प्राकृतिक वातावरण में रखा जाता है।
  • Cooking: भारतीय कुकिंग स्टाइल में हम अंडों को अच्छे से पकाते हैं। हालांकि, एंटीबायोटिक रेसिड्यू (residue) पकाने से पूरी तरह खत्म नहीं होते, लेकिन यह बैक्टीरिया के खतरे को कम करता है।

7. FSSAI और विनियामक भूमिका (Role of FSSAI)

इस विवाद ने भारत के खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। Eggoz safety standards पर सवाल उठना यह दर्शाता है कि हमारे देश में “Premium” टैग वाले उत्पादों की भी सख्त निगरानी (strict monitoring) की आवश्यकता है। उपभोक्ताओं की मांग है कि FSSAI को ऐसे मामलों में तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और रैंडम टेस्टिंग (random testing) बढ़ानी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

Eggoz eggs Cancer Controversy ने हमें यह सिखाया है कि केवल “ब्रांड नेम” या “महंगी कीमत” सुरक्षा की गारंटी नहीं है। जहाँ Trustified की रिपोर्ट ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर किया है, वहीं यह भी सच है कि घबराहट (panic) में अंडे खाना छोड़ देना सही समाधान नहीं है। अंडे प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं।

उपभोक्ताओं के लिए सलाह:

  1. जागरूक रहें और नई रिपोर्ट्स पर नज़र रखें।
  2. किसी एक ब्रांड पर आँख मूंदकर भरोसा न करें, समय-समय पर ब्रांड बदलें।
  3. सरकार से सख्त खाद्य सुरक्षा कानूनों की मांग करें।

फिलहाल, अगर आपके पास Eggoz के अंडे हैं, तो उन्हें तुरंत फेंकने की बजाय आप कंपनी के अगले स्पष्टीकरण का इंतजार कर सकते हैं या अपनी संतुष्टि के लिए ब्रांड बदल सकते हैं। स्वास्थ्य सबसे ऊपर है, और सतर्कता ही बचाव है।

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